Tag: Ramayana

  • Hanuman’s first meeting with Shri Ram

    बाल्मीकि रामायण के किष्किन्धाकाण्ड में सुग्रीव के कहने पर हनुमान जी राम और लक्ष्मण के समीप जाकर, एक साधारण तपस्वी का रूप धारण कर अत्यन्त विनीत भाव व मधुर वाणी में वार्तालाप प्रारम्भ करते हैं। वे राम-लक्ष्मण से पहली बार मिल रहे हैं लेकिन फिर भी उनकी बातों को सुन और उनके व्यवहार को देख…

  • Thoughts on the Ramayana – Part 2

    (This is part 2 of the reflections inspired by my YouTube conversation on the Ramayana with my friend Pranav. Available here) Nārada muni had confirmed to Vālmiki that it was possible for someone to have the sixteen guṇa-s, and Ram was one such person. After few days, Brahma the sriśṭikartā visited Vālmiki’s ashram. Brahma confirmed…

  • Thoughts on the Ramayana – Part 1

    (The following reflections are inspired by the conversation I had with Pranav on the Ramayana. Available here) I am finding the story of Ratnakar, the dacoit transforming to Vālmiki, the poet very interesting. Ratnakar used to loot and kill travelers, and thus support his family. On one such occasion, he caught hold of 7 rishi-s…

  • Ramayana Conversations with Pranav – 1

    I have known Pranav for more than a decade, since our days in CEH at IIIT-Hyderabad. For some time, I have been wanting to have a series of discussions with him on the Rāmāyaṇa. Why Rāmāyaṇa? Like many, I have faint memory of watching Ramanand Sagar’s Rāmāyaṇa serial on Doordarshan. In addition, I have heard…

  • The Ramayan Series: Part 2

    राम को वनवास हो जाने पर कौशल्या भरत पर आरोप लगाती हैं कि तुने अपने भाई को वनवास भेजने और अयोध्या का राज हथियाने की सजिश की। इस पर भरत उस काल में निषिद्ध कर्मों का वर्णन यह कहते हुए करते हैं कि यदि उन्होंने ऐसी किसी भी साजिश में हिस्सा लिया होगा तो उन्हें…

  • The Ramayana Series: Part-1

    वाल्मीकि जी द्वारा रचित रामायण के बालकाण्डम् के षष्ठ सर्गः में राजा दशरथ की आयोध्या पूरी में रहने वाले नागरिकों की उत्तम स्थिति का वर्णन है। यह बहुत रोचक वर्णन है और हमें भारतीयता की दृष्टि और उसके अन्तर्गत मनुष्य के किन गुणों को प्राथमिकता मिलती रही है इसकी एक झलक देता है। 6-वें श्लोक…